Posted by: Birkhe_Maila August 23, 2007
Login in to Rate this Post:
0
?
लोल!
भेतेन्दर सिंह देवल - " अरे रिठासिंह ए ढाइ किलो का हात जब किसि पर पडता है न तब आदमि उठता नहिँ उठ जाता है"