चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना का एक नया ओहदा ले लिया है. इसे सेना पर अधिक नियंत्रण हासिल करने का उनका ताज़ा कदम माना जा रहा है.
शी अब सेना के जॉइंट ऑपरेशऩ कमांड सेंटर के कमांडर इन चीफ बन गए हैं.
सरकारी मीडिया ने उन्हें सेना की वर्दी में सेंटर का दौरा करते दिखाया है.
हाल के वर्षों में चीन की विदेश नीति काफी आक्रामक हुई है. ख़ासकर दक्षिणी चीन सागर में विवादित क्षेत्र को लेकर वो अपनी दावेदारी जोरदार तरीके से पेश कर रहा है.
शी जिंनपिंग पहले ही सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और केंद्रीय सेना आयोग के अध्यक्ष है, जो पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी को चलाता है.
विश्लेषक कहते हैं कि उनका नया टाइटल ये दिखाने का प्रयास है कि अब पूरे तंत्र पर मुकम्मल तौर पर उनका नियंत्रण है.
बुधवार को कमांड सेंटर में पहुंचे चीनी राष्ट्रपति ने कहा सशस्त्र सेनाएं "पूरी तरह से वफादार" और "युद्ध जीतने में सक्षम" होनी चाहिए.
विशेषज्ञ कहते हैं कि सेना की वर्दी में दिखने के पीछे उनका मक़सद चीन के प्रतिद्वंद्वियों को अपनी ताक़त दिखाना हो सकता है.
चीन और उसके कई पड़ोसी दक्षिणी चीन सागर पर क्षेत्रीय विवाद में उलझ चुके हैं. चीन इस पूरे क्षेत्र पर अपना दावा करता है.