Posted by: _____ August 17, 2012
बेंगलोरमा आक्रमणको हल्ला, नेपाली विद्यार्थी र कामदार पनि त्रासमा
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बेंगलुरु के बाद दूसरे शहरों से भी पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन



 
NE people flee Bangalore
 
बेंगलुरु से पलायन करते पूर्वोत्तर के लोग
नई दिल्ली।। अपने ऊपर हमले की आशंका से डरे पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन रुकने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। बेंगलुरु और हैदराबाद के बाद अब पूर्वोत्तर के लोग मुंबई, पुणे, चेन्नै समेत देश के कई हिस्सों से भाग रहे हैं। केंद्र और राज्य के नेताओं के अलावा स्थानीय प्रशासन की अपीलों के बावजूद पूर्वोत्तर के लोगों के मन में बैठा डर निकल नहीं पा रहा है।

पिछले महीने असम में बोडो और मुस्लिमों के बीच हुई हिंसा थी। उसके बाद मुंबई में मुस्लिम संगठनों द्वारा इसके विरोध के प्रदर्शन में हिंसा हुई थी। इस वक्त देश के कई हिस्सों में ऐसी अफवाहें फैल रही हैं कि पूर्वोत्तर के लोगों पर हमले किए जाएंगे। इन्हीं अफवाहों से डरे लोग पूर्वोत्तर के राज्यों में अपने घर लौट रहे हैं। इन अफवाहों के पीछे सोशल साइट्स पर शेयर की जा रही वे तस्वीरें भी हैं, जिनका इस मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है।

इस मुद्दे पर कैबिनेट की मीटिंग में भी चर्चा हुई। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बेंगलुरु में स्थिति सामान्य है और पूर्वोत्तर के लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि असम में भी हालात कंट्रोल में हैं और हम अफवाह फैलाने वालों को खोज निकालेंगे।

चेन्नै: चेन्नै में रहकर काम करने वाले पूर्वोत्तर के 3 हजार से ज्यादा मजदूर इगमोर-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पकड़ने के लिए स्टेशन पर पहुंचे। इनमें से केवल 300 लोग ही ट्रेन पर चढ़ पाए। बाकी लोग बेंगलुरु से आने वाली ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने लोगों को सुरक्षा का पूरा भरोसा दिया है लेकिन पूर्वोत्तर के लोग बेंगलुरु छोड़कर जा रहे हैं। बुधवार रात तक 6800 लोग स्पेशल ट्रेनों के जरिए बेंगलुरु से जा चुके थे। होम मिनिस्टर आर. अशोक ने कहा, 'हम लोगों से निवेदन कर रहे हैं कि वे बेंगलुरु से न जाएं। कोई आपको छू भी नहीं सकता। सरकार हर वक्त आपके साथ है। अगर आपको डर लग रहा है तो आप पुलिस को कभी भी फोन कर सकते हैं। 

हैदराबाद: हैदराबाद में एग्जाम देने आए मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के 6 लड़कों को कुछ स्थानीय लोगों ने धमकी दी और उन लड़कों ने वापस लौटने के लिए फ्लाइट बुक करा ली। 6 लड़कों में से एक पामहेबा ने बताया, 'मैं सुबह नाश्ता करने के लिए निकला। 7 लोकल लोगों ने मुझसे पूछा कि क्या मैं असम का हूं। मैंने बताया कि मैं मणिपुर का हूं। उन्होंने कहा कि वे सभी स्टेट्स एक जैसे हैं और मुझे तुरंत वापस लौट जाना चाहिए। मेरे दोस्तों को भी कुछ लोगों ने डराया है। हमने लौटने का फैसला किया है।'

पुणे: गुरुवार रात तक पुणे से पूर्वोत्तर के करीब 2000 लोग जा चुके थे। रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और पुलिस की बड़े स्तर पर तैनाती की गई। रेलवे ने आजाद हिंद एक्सप्रेस में 2 और कोच लगाए।

असम: असम में गुरुवार को 2 घटनाओं में 19 लोग घायल हुए। कोकराझार के गोसाईगांव में कुछ बदमाशों ने 9 मुस्लिमों पर ऐसिड फेंका। बकसा के तामुलपुर में प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे 10 बोडो लोग पुलिस के साथ हुई झड़प में घायल हो गए।

दिल्ली: नॉर्थ-ईस्ट के लोगों में फैले पैनिक के मद्देनजर दिल्ली में भी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है। साथ ही भरोसा दिलाया है कि किसी भी तरह घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 'पुलिस हर लिहाज से चौकस है। फिर भी अगर नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को कोई असुविधा, परेशानी या आशंका है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। पुलिस उनकी समस्या का तुरंत समाधान कराएगी।'

पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार को इस मामले में अपने अफसरों को भी खास निर्देश दिए। उनके निर्देश पर जॉइंट कमिश्नर (नॉर्थ-ईस्ट मैटर्स) रोबिन हिब्बू ने नॉर्थ-ईस्ट के स्टूडेंट लीडर्स के साथ पुलिस मुख्यालय में मीटिंग की। डीसीपी-नॉर्थ और डीसीपी साउथ-ईस्ट ने दिल्ली में काम करने वाले नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के साथ बैठक की।
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