Posted by: Madness December 11, 2009
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जे राम जि कि राहुल भैया। उ गना कविता त हुजुर हमरो दुखके कारण निकले छ।
हमि साईड मारेछेन-
बनवारीके बेटिको कसम से हम कभि साईड मारेछेन
वन साईडेड लाँव थियो उसको दिलमा हमि परेछेन
उसको बापसे उसको हाथ मांगनेको हमि गए थियो
बाप सुसरा त राजि थियो पर बेटिको कोइ बायफ्रैन्ड थियो
एक दिन हमको भन्यो मदनवा बरगदके पेड मे भेटिहाल
भन्छ सुसरि उसलाई पावने खयाल दिल से मेटिहाल
तब से खुसिया हमरो दिल उजाड मरुभुमि भए छ
तिमिलाई देईखके फस्ट टेम आईज बरसात आए छ
:डि (पिला वाला)
:पि (शरमके मारे वो भि पिला वाला)
जे राम जि कि।