Posted by: keli March 26, 2009
~ * चौतारी १४३ *~
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खित....... खित......... खित..
नमस्ते है सबैलाई , हिजो   त चौतारी  कस्तो  बिग्रिएछ   भनेनी, तेस्को  लागि  ठुल्दाइ, हर्के दाई र पुरे  सँग  माफि  चाहन्छु


ल  लिउ  चिया  दुध  केत्लिमा  छ  आँफै  हलेर  खानु!!



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