Posted by: keli January 30, 2009
~ * चौतारी १३८ *~
Login in to Rate this Post:     0       ?        
लोल  ठुल्दाइ
हो भन्या ठुल्दाइ  यो  पुरे को  नाम मात्र  पेर्फेक्त क्या  काम हेर्यो  भने कुनै  मा  नि  पेर्फेकेत  छैन जस्तो  लग्यो  है  मालाइ  त
नाम  भने  पर्फेक्त, काम  भने  सबै  इफेक्त नै  इफेक्त
Read Full Discussion Thread for this article