Posted by: Birkhe_Maila September 23, 2008
~ * चौतारी-१२९*~
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बिस्टेसम्धीस्य अर्धटन्नम भनन्ति बट अटसमटस भोजन उदरहुँदि भरन्ती!

एत चौतारी भुमिस्य मनुष्य यसरी हरायन्ती लाइक गधास्य सिङ हरायन्ती,  इभन, जेष्ट भ्राता समेतम समय समयाभ्याम तारेमाम नकरन्ती। के भवन्ति के भवन्ति!

आशचर्यचकितम्!

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