Posted by: Shaanti August 14, 2008
बेश्याको डायरी
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ये रास्ता हे प्यार के चलते चलते कोई मील्गया
दील का  क्या कसूर  हां मैंने भी प्यार किया
दील तो पागल हे  दील धड़कने लगा तेरे नाम पे
कीस् को क्या पता  कल हो ना हो
तुम भी आज कहो न प्यार हे
हम दील दे चुके सनम ,हमारा दील आप के पास हे
प्यार तो होनाइ था  हमको तुम से प्यार हे
मासूम तेरे चेहेरा ने दील का रिश्ता जोड़ दिया
अकेले हम अकेले तुम जीवन साथी चुनलिया
कुछ न कहो में प्रेम की दीवानगी
इश्क के शिलशिला में कभी फ़िदा कभी खुशी
तुम बीन  जींदगी अधूरा हे अपुरा भी
प्यार किया तो डरना क्या हम किशी से कम नही
दील क्या करे जानेमन
इश्क बिश्क सलाम नमस्ते
कभी अल बिदा ना कहेना
हम तुम फ़िर मिलेंगे
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