Posted by: Birkhe_Maila June 3, 2008
चौतारी - ११७- भौते, चित्रे र ठुलीको खोजीमा
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गन्नु महात्म्यको सिलसिलामा दीपलाई कसरि भुल्न सकिन्छ र! दीप ज्यूको गन्नु माहत्म्य उनकै शब्द मा- :डि

(यो पत्राचार मार्फत दीपज्यू बाट प्राप्त भएको महात्म्य हो!)

लंगडा: क्या बकबास कर रहा है?
काणा: सच कह रहा हुँ बे -- खुद अपनी आँखो से देखा है--मुहँ लटकाए -- क्रोधमै निकल रहे थे डक्टरके यहाँ से --
जिम्माल: आ रहा है आ रहा है --
गन्नु: क्यों रे? हिम्मत ईतनी बढ गई है तुम सालोंकि कि हमे घुर रहे हो?
लंगडा, काणा, जिम्माल: नहीँ माई बाप घुर नही रहें है --वह -- वह--
गन्नु: काहेको हकला रहे हो सालों ---
लंगडा: यह काणे बोल रहा था कि आप डक्टर के यहाँ गए थे ---
गन्नु: हाँ --गया तो था-- पर याद मत दिल उस बातको --
जिम्माल: क्यो प्रभो? हुवा क्या है आपको कि डाक्टर के यहाँ जाना पडा?
गन्नु: हो ना क्या है मेरे को? कुछ नही-
काणा: कुछ तो सरम करो -- दिन दहाडे गाईनोकोलोजिस्ट के यहाँ क्या करने गए थे?
गन्नु: काहेकि शरम?
जिम्माल: लोल! मै तो बिल्कुल कन्फ्युज्ड हो गया हुँ -- आखिर माजरा है क्या?
लंगडा: तो कौन सी नई बात है यह? तु तो हर दिन कन्फ्युज्ड होता है -- जब कभि भी तरुनी देखता है तो पुछता है यह मेरेको "यार मेरे को यह बता -- सादी हुई कि नही रे मेरा? कन्फ्युज्ड हो गया हुँ -- हो भी गैइ है अगर तो कितनी सादी माफ है रे?" ऐसा ऐसा सबाल करता है यह साला लोल-ए-जिम्माल--
गन्नु: पतेकि बात पे आजा --
काणा: पर आप धोती वोती पहन के काहेको गए ओबिजीवाइएन के यहाँ?
गन्नु: उस डक्टरकि तो ऐसी कि तैसी --
जिम्माल्: बात क्या है माईबाप? आप यैसे दिन दहाडे धोतीका बुर्का पहने ईधर उधर लेडी डक्टरोंके यहाँ चक्कर लगाने लगोगे तो हमार धन्दाका क्या होगा? सोचा है कभी?
गन्नु: उस लेडी डक्टरने तो हमे बुलाया था-- प्रार्थना कि थी -- इसी लिए गए थे हम -- दिन दहाडे लोग पहचानेगें तो झमेला होगा सोचके धोतीसे घुघंट निकाला था -- पर --
जिम्माल, काणा, लंगडा: पर क्या प्रभो?
गन्नु: वह स्त्री चिकित्सकने हमे धोका दिया --बेईज्जत की --
काणा: बेईज्जत? कैसे?
गन्नु: मै अन्दर पहुँचा ही था और स्वस्ती आशिर्बचन कुछ ऐसा सोच रहा था --
लंगडा: फिर?
गन्नु: फिर क्या? वह स्त्री चिकित्सकने मेरा घुंगट तक नही खोला और पुछती है -- बाप कौन है?
जिम्माल: बाप रे? उस्की ईतनी हिम्मत?
गन्नु: हिम्मतकि तो बात ही मत कर -- इससे पहले कि हम कुछ कहते मेरे पेटकि और देख कर बोली --"गिराना है कि रखना है?"

Last edited: 03-Jun-08 03:51 PM
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