Posted by: PallaGhareAntare March 19, 2008
--- चौतौरी - १०६ ---
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मैले फर्माइस नगरुन्जेल बजाउन्न जस्तो छ लहरेले गीत। लु लहरे आज नि मुकेशका यी बजाउ त। यी स्याड गीत सुन्दै बस्न परो आज।

१ मुझको इस रातकि तन्हाईमें आवाज न दो - दिल भि तेरा हम भि तेरे
२ चाँदीकि दिवार ना तोडि
३ आंशु भरि हैं यह् जिवन कि राहें - परवरिश
४ कई सदियोंसे कई जन्मोंसे - मिलाप
५ दिल जल्ता है तो जलने दे -पहली नजर
६ आजा रे अब मेरा दिल पुकारा - आह 
७ भुलि हुई यादों मुझे इतना ना सताओ - संजोग

 

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