Posted by: PallaGhareAntare March 6, 2008
चौतारी- १०३ (लौ जा मैले पनी बनाये चौतारी)
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लु बल्ल आयो बौचा, याँ ढुकेर बसिराथें बौचा आउला र गीत फरमायस गरम्ला भनेर।

ल आज रफीका स्लो रुमानी गीतहरु,


१)  तेरे मेरे सपनें अब एक रंग हैं - गाईड
२)  तेरी आँखों के सिवा - चिराग
३)  चौदहवीँका चाँद हो - चौदहवीँका चाँद
४) यह रेसमीं जुल्फें, यह शरबती आँखें - दो रास्ते
५) एहसान तेरा होगा मुझपर् -
६)  आजा तुझको पुकारे मेरे गीत रे  - गीत

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