Posted by: visitor February 11, 2008
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ॐ सर्भे भवन्तु सुखिन
सर्भे सन्तु निरामाया
सर्भे भद्रानी पस्च्यन्तु
मा कस्चिद दु:ख भग भवेत
सोमबारे जदौ सप्पै लाई