Posted by: visitor February 11, 2008
चौतारी -९९
Login in to Rate this Post:     0       ?        

ॐ सर्भे भवन्तु सुखिन
सर्भे सन्तु निरामाया
सर्भे भद्रानी पस्च्यन्तु
मा कस्चिद दु:ख भग भवेत

सोमबारे जदौ सप्पै लाई

Read Full Discussion Thread for this article