Posted by: Amazing December 6, 2007
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मोहब्बत करना था, सादी करना था
उसके नाममे ताजमहल भी बनाना था
मगर मुमताज मीलती नही
अब तो मोहब्बत भी हो गया, सादी भी हो गया
बस ताज महल बनाना है
मगर क्या करे मुमताज् मरती नही
उसके नाममे ताजमहल भी बनाना था
मगर मुमताज मीलती नही
अब तो मोहब्बत भी हो गया, सादी भी हो गया
बस ताज महल बनाना है
मगर क्या करे मुमताज् मरती नही