Posted by: ritthe November 5, 2007
--चौतारी - ८५ --
Login in to Rate this Post:     0       ?        

किसनुद्दिन कालेबुर्रहमान को हमारी आदाव
हम भि चौतारी-ए-महेफिल मे आपका तसरिफ का पुरा
लिहाज  करते हुये आपकी मेह्फुज का अल-इत्र हुस्न नुमायिसी कि रौनक-ए-मेह्फिल कि बडी आफताव करते है
Read Full Discussion Thread for this article