Posted by: serial October 11, 2007
** चौतारी - दशैं विशेष-२ **
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यो सायरी चाँही सेरिअल खाएर चोवँक भएकी मन्छी लाई

बादल इत्नी दुर है फिर भि बर्स्ते है,
हम भि कीत्ने नादान है,
आप दील म्ए रेह्ते है और हम आप्से मील्ने को तर्स्ते है।

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