Posted by: Birkhe_Maila September 14, 2007
--चौतारी - ७६ --
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ऊफ्री बेगम, आपकि भुख-ए-कयामत कि तरफ हमारि हरकत-ए-तवज्जो गइ है। आप ओ केला-ए-प्रसाद हमे दे दिजिए! दुर्गि भाभिजान, हमारि पावँ-ए-हड्डि पर इन्साअल्लाह इन दिनोँ खामियाँ-ए-तकलिफ नहिँ है! भउताखान, आप कि सुरत-ए-हाल यह है कि आप, निहायत हि, बद्हमज और बद्हवास किस्म के इन्सान हैँ हाहाहाहा ! खुदा करे आपको जल्दि हि इस फकिर-ए-दिल पर कुर्वान होनेको एक मलिका-ए-हुस्न मिले!
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