Posted by: Birkhe_Maila January 20, 2006
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होSSSSSSSSSS हाSSSSSSSSss
हाय
ईशारो ईशारोमे दिल लेने वाले
बता ए हुनर तुने सिखा कहाँ से
निगाहोँ निगाहोँमे जादु चलाना
मेरी जान सिखा है तुमने जहाँ से
हो मेरे दिलको तुम भा गए
मेरी क्या थि इसमे खता
मुझै जिसने तडपा दिया
यहि थि ओ जालिम अदा
ये राँझाकी बातेँ ए मजनु के किस्से
अलग तो नहिँ है मेरी दासताँ से
ईशारो ईशारोमे दिल लेने वाले
बता ए हुनर तुने सिखा कहाँ से
हो मुहब्बत जो करते हैँ ओ
मुहब्बत जताते नहिँ
धड्कने अपनि दिल कि कभि
किसिको सुनाते नहिँ
मजा क्या रहा जबकी खुद करदिया हो
मुहब्बतका इजहार अपनी जुबाँ से
निगाहोँ निगाहोँमे जादु चलाना
मेरी जान सिखा है तुमने जहाँ से
हो माना के जाने जहाँ
लाखोँ मे तुम एक हो
हमारी निगाहोँ कि भि
कुछ तो मगर दाद दो
बहारोँ को भि नाज जिस फूलपर था
वही फुल हमने चुना गुलसिताँ से
ईशारो ईशारोमे दिल लेने वाले
बता ए हुनर तुने सिखा कहाँ से
निगाहोँ निगाहोँमे जादु चलाना
मेरी जान सिखा है तुमने जहाँ से