Posted by: KaLaNkIsThAn July 22, 2005
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?
ऐ जिन्दगी
गले लगा ले !!!
हमने भि तेरे हर एक गमको
गले से लगाया है
है ना ???
fk, dikka laagyo!!
दो दिल मिल रहे है
मगर चुपके चुपके
सवको हो रहि है
खवर चुपके चुपके
सांसो मे बडी बेकरारी, आँखोमे कही रत जगें
कभि कहिं लग जाए दिल तो, कहिं फिर दिल ना लगें
अपना दिल मै जरा थाम लुं
जादू का मै इसे नाम दुं
जादु कर रहि है असर चुपके चुपके
ऐसे भोले बनकर है बैठें जैसे कोहि बात नहिं
सबकुछ नजर आ रहा है, दिन है ये रात नहिं
क्या है कुछ भि नहिं है अगर
होठों पे है खामोशी मगर
बातें कर रहि है नजर चुपके चुपके