Posted by: KaLaNkIsThAn January 19, 2005
SoNg pLaing in my mind II
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contd... चहेरा एक फूलकि तरह सादाब है चहेरा उसका है या कोई महताब है चहेरा जैसे गजल चहेरा जान - ए - गजल चहेरा जैसे कवी चहेरा जैसे कँवल चहेरा जैसे तसब्बुर भि तस्विर भि चहेरा एक ख्वाब भि चहेरा ताबिर भि चहेरा कोही अलिफ-लैलवी दाँस्ता चहेरा एक पल यकीं चहेरा एकपल गुमां चहेरा जैसा कि चहेरा कही भि नहि महरु महरु महजबीं महजबीं महरु महरु महजबीं महजबीं जुल्फें जाँना कि भि लम्बि है दाँस्ता जुल्फकि मेरे दिल पर है परछाँइया जुल्फ जैसे के उमढि हुई दो घटा जुल्फ जैसे के हो कोही काली बला जुल्फ उल्झे तो दुनिया परेशांन हो जुल्फ सुल्झे तो जीत आसां हो जुल्फ बिखरे सिया - रात छाने लगी जुल्फ लहराए तो रात जाने लगी जुल्फ जंजीर है फिर भि कितनी हसीं रेशमी रेशमी अम्बरी अम्बरी रेशमी रेशमी अम्बरी अम्बरी --- for "HER" :P
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