Posted by: geetkumar June 17, 2015
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धूप पानी पे बरस जाए
ये साए बनाए, मिटाए
मैं कहूँ, और तू आ जाए, बहलाए
हर दूरी शरमाए
तू साथ है, हो दिन रात है
परछाइयाँ बतलाए
तू साथ है, हर दिन रात है
साया सा है, माही वे…माही वे…
मेरी हर बात में साथ तू है
माही वे…माही वे…
मेरे सारे हालात तू
माहिए ए… ओ…
ये साए बनाए, मिटाए
मैं कहूँ, और तू आ जाए, बहलाए
हर दूरी शरमाए
तू साथ है, हो दिन रात है
परछाइयाँ बतलाए
तू साथ है, हर दिन रात है
साया सा है, माही वे…माही वे…
मेरी हर बात में साथ तू है
माही वे…माही वे…
मेरे सारे हालात तू
माहिए ए… ओ…