Posted by: तिका: October 29, 2008
नेपाल सम्बत हाइ हाइ .......
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no_quiero

अगर आप ऐसे हि F-words युज करेगे तो हम भि F*** Bikram Sambat, F*** NepalHaters कह सकते है । क्यूँ कि bikram sambat तो हमको जबरजस्ति यूज करना पडा । उससे पहेले हम तो अमावस्या और पुर्णिमाके कालेण्डर जो था उसिमे सन्तुष्ट था । अब हमारा जेनेरेशनको ब्रेनवाश करके bikram sambat दिमाखमे डाल्ने से यहि एक सर्वोत्कृष्ट कैसे होगा ? क्या आप ब्रेनवाश कियाहुआ माओबादी वाइसियलका प्रचण्डपथको समर्थन करनेको तैयार है ? bikram sambat मै आपका लगाव भि माओबादी वाइसियलका जिद के समान है, वह गलत है ।

अरे चोर भैया,

आप २० बरस पहले नेपाल गया, और हम १५ बरस पहले गया । आपका बाप ने उधर जमिन जायदात और घर भि बनालिया, हम तो अभि भि डेरा मै हि हुँ । इस १५ साल नेवारके घरमे डेरामे रहेते रहेते हम नेवार का बहुत सारे बात जान चुका हुँ ।

इण्डियाके क्यालेण्डर बिक्रम सम्बत नेपालमे चन्द्र समसेर ने १९६० मे लाया था, उससे पहेला जो भि सरकारी कामकाज और सन्धि होता था उसमे नेपालसम्बतका हि उपयोग हुआ था । उसबखत वह बिक्रम सम्बत लानेके साथसाथ हमने पर्वते भाषा छोडकर उज्जैनका भाषा बोललिया ? नहि बोला ना ? तोह, नेपाल सम्बतको स्वीकार करने से आपको नेवारी भाषा कौन सिखाता है ? यह एक बात हुइ । दुसरा, नेपाल सम्बत नेवार लोगोंका सम्बत जो आपको लगता है, वह विलकुल गलत है । बस नेवार लोगों ने इस सम्बत बचानेके लिए थोडा काम किया है । अगर आप इस सम्बतके अनुसन्धान कर्नेवाले इतिहासविदको नाम देखे तो मालुम पडेगा कि उसमे से बहुत सारे नेवार लोग नहि है । सिल्भा लेभि, बालचन्द्र शर्मा, बाबुराम आचार्य, डेनियल राइट, कमलप्रकाश मल्ल, गुणानन्द पण्डित, कनिङघम, भुवनलाल प्रधान, काशीनाथ तमोट, योगि नरहरीनाथ, आदि जो हे वह नेवार लोगोके लिए काम कर्नेवाला आदमि नहि थे । यह सवका सव बरिष्ठ इतिहासविद हे, जिसने आप और मैने से भि अधिक जानकारी हासिल किया है । इसिलिए अगर आप इस सम्बतको नेवारके सम्बत मानते है तो प्रोब्लेम आपका हि अन्दर है । आपका अपना गौरवशाली सम्बत ना होनेके लघुताभाष है । नेवार लोग तो चालाख है, उनने नेपालसम्बतको बचानेके लिए संघर्ष किया और उसिमेँ गौरव किया ।

बिक्रम सम्बतमै ऐसा क्या चीज है जिसके लिए आप लोग, बिशेष त: बाहुन लोग इतना प्यार दिखाता है ? हाँ यह बात सहि है कि जबसे बिक्रम सम्बत नेपाल मेँ आया, बाहुन लोगोंका उन्नति हि उन्नति हुआ, फिर भि बिक्रम सम्बत बाहुनका सम्बत तो नहि है ना? बिक्रम सम्बत तो नेपालमे किसि कि भि सम्बत नहि है । फिर क्यूँ उसके पिछे पडकर अपने आपको मजाक बना रहे है आप ?

अगर आप खानेके चावल, पिनेका पानी और सारा समस्याके बाद क्यालेण्डरका बात कर्ना चाहँगे तो वह आपका रोजाइ हुआ । लेकिन चना दाजु ने बोला कि वह लोग यहाँतक आनेके लिए २७ बर्ष संघर्ष किया है । बाकि दुसरे प्रोब्लमका हल तो आगेका १०० बर्ष मे भि नहि होगा तो, तब तक कौन चुप बैठेगा ? जो मिला उसमे खुश बनो और जो नहि मिला उसके लिए फिर लडो । है ना सहि बात ?

Last edited: 29-Oct-08 03:59 PM
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