गन्नुभाई- " ए क्या हो रेला है?"
रिठे काणा- "भाई वो बोले तो बिस्टे हठेला बाप बनगेला है!"
गन्नुभाई- " तो? तु काहे कु बत्तिसि दिखारेला है?"
रिठे काणा- " भाई वो बोले तो अपुनका भि बाप बननेका दिल करलेला है!"
गन्नुभाई- " अबे भुतनि के दिल कररेला है तो बननेका!"
रिठे काणा- "पन भाई उसके वास्ते शादी बनानेको मांगता पन अपुन सोचरेला था कि शाँटकाँटमे बाप बनजाउँ!"
गन्नुभाई-" अबे सुखे खजुरके किडे लगे बिज, बाप भि बननेका है और वो भि शाँटकाँटमे? तेरा भेजा फिरेला है क्या?"
रिठे काणा- " वहिच बोला भाई अपुन, अपुन शादी भि बनाएंगा और बाप भि बनेगा पन शाँटकाँटमे!"
गन्नुभाई- "अबे चुहेके बिलमे उलटे फँसे हुवे साँप,बाप बननेके वास्ते पहने शादि बनानेँको पडेंगा और बारह महिनेके बाद बाप बनेंगा न?"
रिठे काणा- " भाई नौ महिने!"
गन्नुभाई- "तेरे कु जिनेका नहिँ मांगता क्या? (सैरियल लंगडाको देखते हुवे) " अबे लंगडा तु सुनरेला है क्या? ये साला काणा अपुनकि बात काटरेला है, अपुन गन्नुभाईकि बात?"
सैरियल लंगडा- "अबे काणे, तेरे कु अपनिइच गेम बजानेको मांगता क्या? जब भाई बारह महिने बोलरेला है तो बरह महिने लगेंगा!"
गन्नुभाई- (सैरियल लंगडाके करिब आते हुवे कानमे) " अबे लंगडे, वैसे आइटमलोग कितने महिने पेट फुँकके बैठते हैँ रे बच्चा पैदा करने से पहले?"
सैरियल लंगडा- "भाई वो, अपुनको नक्को मालुम, अपुनकि माईको मालुम हेंगा पन उधर नरककि खोलिमे मोबाइल नक्को लगता, अपुन अब्बि बिस्टे हठेलाको फोन करके मालुम करेंगा!"
रिठे काणा- "भाई नौ...."
गन्नु भाई- "चुप बे, भुकम्प मे उजडि हुइ इमारत्! तु गँवारको नक्को मालुम! अब्बि लंगडा मालुम करके बतायेंगा!"
(सैरियल लंगडा कुछ जगह फोन मारता है कुछ बोलता है और..)
सैरियल लंगडा- "भाई सब लोग बोलरेला है कि नौ महिने!"
गन्नुभाई- (कुछ सोचते हुवे) " अबे ओ नासपिटोँ, बोले तो अपुनका इज्जतका सवाल है रे, अब्बि तुम लोग जानेका और अख्खि मुम्बईमे जो जो नौ महिनेमे बाप बना उन सबको उठाके लानेका, और जो बाप बनने वाले हैँ उनको बोलनेका कि गन्नुभाई बोला है तो बारह महिने लगागे बाप बन्नेका, नहिँ तो खलास!!"
(रिठे काणा और सैरियल लंगडा ट्वाँ पडते है!)
बोले तो अपुन सबको जदउ बोलरेला है क्या!