Posted by: बिस्टे August 22, 2008
** चौतारी १२६ **
Login in to Rate this Post:     0       ?        
मैले त रोटी तरकारी भ्याए नि आज ,स्वचछ ताजा।
सान्नानी का गई सानु या रिट्ठे ले निकै तारिफ गर्दै छ् है तिउरो बनोट को
ऐले आर कन्सिरी को रौ उखाल्छे है रिट्ठे नातिनी मेरी कम कि छैन।
"दुई बहिनी मिलेर जबर्जस्ती घिच्याएको" -- किन नि ठुल्दाइ ?
फेल हुन्छु भन्दा फस बनाइ दियो मास्टर ले।
थाउथली जाने साइत अब डाउडर ले निकाल्छ अब सोमबार को दिन एहिले आउ थाउथली भनेर।
Read Full Discussion Thread for this article