Posted by: तिका: July 23, 2008
बाहुन भाषा बिर्सन मन लाग्यो
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अच्छा sarkozy भैया, यह देश हम थारुके एकलौटी है - यह बात हमि भन्दैन । लेकिन बाहुन भाषा मातर बोल्ने लोग देशमे बाहुन हि बाहुन देख्छ । वो राजनीति मे अपुनको अब्बल ठान्छ लेकिन भितर भितर मदिसेको सर पे चढाउँछ । इतना धेरै बाहुन नेता है, लेकिन इमान्दार बाहुन नेता दिखाइ हि नहि देता है ।

आज देशमे बाहुन नेता ने मदिसे राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति बनाया । उपराष्ट्रपति तो खत्तम आदमी है, वो हिन्दी मे शपथ ले लिया । देखो, मैने क्या टाइम मै हिन्दी पढ्न शुरु किया । देखो देखो, नहि तो मै वो शपथ मे क्या कहने वाला है मालुम नहि पडता ना ?

राष्ट्रपति ने तो कमाल किया, दौरा सुरुवाल और कालोटोपि लगाके शपथ किया । ये दौरा सुरुवाल और कालोटोपि भि बाहुन ड्रेस है क्या ? मुझे लगता है, यह बाहुन ड्रेस नहि है । कालो टोपि तो नेवारका है, ये मुझे मालुम है । राष्ट्रपति ने बाहुन भाषा में शपथ किया, वो मुझे अच्छा लगा । इमान्दार बाहुन लोगको भी अच्छा लगा होगा । लेकिन मुझे यकिन है, दलाल बाहुन लोगको ये अच्छा नहि लगा होगा । है ना ? कौन कौन बाहुन नेता ने शपथ बहिष्कार किया रे ? मालुम है क्या ?

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