अरे ओ बसन्ती दिदी , देखिए आप्ने जो लिखी थी ना मैने ऐसा बनाके पढि
*~Spring~* --मैले फर्स्ट रोउन्द को गन्नुमाया नमस्ते।।। पत्रीका म गन्नुभै को मत्रिमोनिअल अड देखेर एसो सबैलाई देखौन आको।। कि पहिले नै देखी सक्या हो? ।।।
गन्नुभै क मत्रिमोनिअल अड
उमर ३० साल, वजन ८० किल्लो और एस् फूत हेइघ्त क्य, पूर कस्रत बडी!( वो फोतु जो सन्नो चिप्कै न वो २०० बर्षा पुरनी है, कन्फुसे नक्को होनेक , अभी अपुन एकदम हिरो के मफिक, ग्य्म गय दिएत वेइत किय )
।।।।।।अभी वो बोले तो, क्य है न अपुन को भि लाईफ मी सेत्त्ले होने क माङ्त, इसिलिये एअह अद्वेर्तीज्मेन्त अपुन पेपर मी चाप रिये ल है।।।अपुन मान्त है अपुन टपोरी है, बहुत लोग क पुङी बजएल है मगर क्य है ना बाप, अपुन क भि इज्जत है मर्कित मे!!!
अपुन को भि पब्लिक शादि-बि मी बुलती है वोह भि इज्जत से!
साल क ५एस् पेती तो अपुन आरम से कमा लेत है।।। बुरी आदत बोले तो दारु और बिदी, अभी दारु कौन नही पित - यार। अक्ख ब्याड ब्याड लोग अपुन लोग से जास्ती चाड लेत है।।।
अब चोकिरी अपुन को ऐस माङ्त है।।। बोले तो ऐक दम झकस माल, पतख, ऐक दम पतख।।। थोद पदी लिखी होङी तो चलेङ कोउन के साला एअह कभी कभी फोर्म भर्ने के लिये साला अपुन को २५ लोग क हथ पैर जोद्न पद्त है।। अपुन जो है न शादी कि ब्याड ऐक दम सुधार जाएङ इमन से।।।
अपुन क बच्चा लोग को अपुन पद लिक्क तपोरी बनयिङ।।। बोले तो टपोरी डाक्टर, टपोरी कम्प्युटर वाल और भि बोहत कुच्।।।
मा कसम शदी के ब्याड अपुन किसी भि चिक्नी को लिने नही देङ।।।
डेखो बाप अपुन को शदी के ब्याड मी कोइ चोक्री कि फेमिली क लफ्द नही माङ्त है।। हन बोले तो कबब मी हद्दी नही बनने क क्य! कोइ साला बीच मेइन आएङ तो उस्क गमे बज दलेङ।
अभी एअह सुब अक्छ लगे तो अपुन को कन्ट्याक्ट् कर्ने क क्य! अपुन क अद्द्रेस्स्स्स
गन्नु भाई गन्पत रओ
पर्बते पेजर से राईट हन्द,
रित्थे कन के पिच्चू
लहरे लङ्द के बजु पे
साझा षन्पत्ती नगर,
चौतारी कि हैरन गाली णो। ४२०,
परेशन रोड, गन्नुभै क आर।