Posted by: Rahuldai May 31, 2008
Login in to Rate this Post:
0
?
मेरा जीवन कोरा कागज कोरा हाइ रहे गया,
जो लिखा था आशुओं के संग बहे गया।
एक हावा का झोका आया, टुटा डाली से फूल,
न पवन थि न चमन थि , किस कि हे भूल,
कोही गयी खूश्बू हावा मी कुछ ना रहे गया।
जो लिखा था आशुओं के संग बहे गया।
एक हावा का झोका आया, टुटा डाली से फूल,
न पवन थि न चमन थि , किस कि हे भूल,
कोही गयी खूश्बू हावा मी कुछ ना रहे गया।