Posted by: Harka_Bahadur May 5, 2008
चौतारी- ११३ -- भुल्न सक्या भये मरीजाम :-(
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लौ धन्यवाद है जावोश न जावोश एक दुइटा अजै।
भिगी भिगी राते भिगी भिगी बाते यसै नमी है हा हा
नाजाने कोही कैसी है ए जिन्दगानी जिन्दगानी हामारी अधुरी काहानी : यो गीत ज्ञाङस्टर भन्ने फिलिम्को सुनिदिम्न एक चोटि।
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