Posted by: Harka_Bahadur April 25, 2008
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Dharmedra.. “वोही कर रह हून भाईय जो मज्नु ने लैल के लिये किय था, रन्झ ने हीर के लिये था, रोमेओ ने जुलिएट के लिये किया था … सूसाइढ
अमिताब; साला नौटन्कि , घडी घडी द्रमा कर्ता है