Posted by: Euta_nepali March 26, 2008
--- चौतारी - १०८ ---
Login in to Rate this Post:     0       ?        
बैरागी काइला को मुक्तक राखु क्यारे
' मेरो माया मफलर भये
बाधी हिडथे गलामा
कहिलेकाही  त मन नलाग्दा
टाङी दिन्थे किला मा '
Read Full Discussion Thread for this article