Posted by: visitor March 18, 2008
--- चौतौरी - १०६ ---
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गूड् मर्निङ चौतारी, मंगलवारे जदौ सप्पै लाई। गणेशथान घुमेर आको कस्तो भिड बिहान बिहान देखी, ल लड्डु खाने भे बाडेर खानु, ल ठुलि सप्पै को मुखा एक टुक्रा परोस,बाँड त तिमी। अनी एह हर्के मलाई नि एक कप चिया बसाल त, कालो चिया है,रङ कम,चिनी कम।
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