Posted by: Madness December 26, 2007
++चौतारी - भेला विशेषांक++
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जे राम जि कि।

सब गावँले लोगनको हमि परनाम करेछु। और पुनटे बुह्रो और सब लोगनको हमि धन्वाद बोलनेको चाहेछु कि हुजुरलोग हमको भेलापे बुलाईके हमरो इजत तो रखेछ। सब गावँलेलोगनसे मिलनेको दिल किएथियो, कुछ लोगनसे मिलनेको चानस पायो हमि। जो गावँले लोगन आवनेको पाए थिएन, उ सबको भि हमि सला दावा करेछ कि यहि जिन्दगिमे भेँट करके दिखाइदिन्छ।

खेँ... खेँ... खेँ....नपे दाजु हमरो सनिमा खिंचके उसके आँडियो हियाँ चोतारिमे जो रखेछ, हमि सला शरमसे पानी पानी भएछ। शरमिला लरका छ हुजुर हमि कथि करने, उ करावने टेम पे कराइहाल्यो सला अब जा के शरम आएछ कि कहिँ कोहि करारि लरकि हमरो भ्वाइस नसुनिहालोस।

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