Posted by: Rahuldai December 17, 2007
--- चौतारी - ९० ---
Login in to Rate this Post:     0       ?        
 अरे मदनवा! कहां थे रे तु? बहुत दिन बाद देखि लियो। सुने थें स्वास्थकर्मीद्वारा हडताल्। हां समझमे आयो, मदनवा ओही डाक्तरवा, अहेबा को जुलुस् मा अग्र पंक्तीमा।
Read Full Discussion Thread for this article