Posted by: uptowngal December 17, 2007
--- चौतारी - ९० ---
Login in to Rate this Post:     0       ?        

सुकृया मदन्वा. मदनव अब हजुरनी एउटा देसी गीत गाउ नु पर्छ है। लु तयारी गर्दै गर्नु।
खाइ के पान बना रौवाल।
खुल्जाए बन्द अकल का ताला।

Read Full Discussion Thread for this article