Posted by: Rahuldai December 14, 2007
--- चौतारी - ९० ---
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बधाई हो बिर्खे महाराज, बधाइ हो।
टिकेस काटे उपलक्षा म नि फेरि, कुखुरा काट्या, केक काट्या उपलक्षमा होइन।
दिल खुश भो, अबतारी चमत्कारी बिर्खे जिम्माल बा को दर्शन झण्डै दू............र् दर्शन हुन लाग्याथ्यो।
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