Posted by: Madness October 12, 2007
My first love letter
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छम्मकछल्लो करेजि,

जब हमि सुन्यो कि तिमी गयातसो के छोरा पावने वाला छ त वो बात सुइनके हम्रो दिलपे साँप लोटेथियो। हमि सोचेथियो कि सला हमि तिमरो संग इश्क लडावँछ, गना गावँछ, शादि बनावँछ पर बादमे उ सला छोरा जो छ उकरके आँख भाइचुङ भुटिया जैसन कैसन भयो भनेर सला पुरे के पुरे गावँले लोगन हमको रैग कर्छ। सला एक मन भन्यो कि जो सुनेको सला जोँक वोक सुनेछ, पर दुसरा मन भन्यो कि सला जो सुनेछ ठिक हि सुनेछ। त बात कौन सा ठिक हो हम्रो दिमागवाके बत्ति गुल भै लियो। त हमि बेचारा मदनवा सला हम्रो छोराके नाम भि सोचेथियो, हमि सोचेथियो कि हमि छोरा के नाम राखिलिन्छु करमबिहारी, पर सला हियाँ जो चक्करवा चले छ उ देइखके हमिलाई लाग्छ कि हमि चक्करघिन्निमे पडेछ। हम्रो आँख से सला गङगा जमना बहेछ,सला आँशुके जो छ जमिनपे पोख्रि बनेछ और छोटा छोटा चिँटिलोग उ मे पोडि खेलेछ। दिन सला काटनेको आवँछ और रात सला तरसावनेको। हमि भि सोचेछुँ कि सला कोहि फुलमाया वुलमयाको हम्रो बेटाके माँ बनावने। तब जा के हिसाब जो छ सला बराबर हुन्छ।

जे राम जि कि।

Last edited: 12-Oct-07 10:29 AM
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