Posted by: Nepe December 29, 2004
Lost baggage of Dipendra Bhujel
Login in to Rate this Post:     0       ?        
किरिसमस् को दिन हाम्रो डि.सी. को एरपोटा अलपत्र परेर, गुन्टा हरार रुवाबासी गरिरा यात्रु त टिबिमा देख्या थिम्, हङकङ - एल. ए. को फलाइटमा पनि गुन्टा साटिएछ गांठे ! श्रेष्ठजी, ल आउनुस गुल्जार साहेबको यो गुन्टा हराएकै गीत सुनम् फिलिम इजाजत बाट, मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पडा हैं सावन के कुछ भीगे भीगे दिन रखे हैं और मेरे एक खत में लिपटी रात पडी हैं वो रात बुझा दो, मेरा वो सामान लौटा दो - http://www.geetmanjusha.com/hindi//lyrics/1.html
Read Full Discussion Thread for this article